फिनलैंड - नाटो का 31वां सदस्य देश
- यूक्रेन-रुस जंग के बीच पश्चिमी देश फिनलैंड नाटो के 31वें सदस्य के रूप् में शामिल हो गया। इसके साथ ही इस नार्डिक् देश की गुटनिरपेक्षता की नीति का अंत हो गया। नाटो सदस्य बनने से पूर्व फिनलैंड, अमेरिका व रुस के मध्य गुटनिरपेक्षता की नीति का पालन कर रहा था।
- पड़ोसी देश यूक्रेन पर रुस के आक्रमण से भयभीत हो फिनलैंड में असुरक्षा की भावना के चलते फिनलैंड ने नाटो में शामिल होने का फैसला लिया।
- इसके पूर्व मोंटेग्रेनो 2017 में तथा उत्तर मैसेडोनिया 2020 में नाटो के 29वें तथा 30वें सदस्य बने।
क्या है नाटो ?
- नाटो, या नार्थ अटलांटिक ट्रीटी आर्गनाइजेशन, 1949 में स्थापित एक अंतरसरकारी सैन्य गठबंधन है।
- यह उत्तर अमेरिका और यूरोपीय राष्ट्रों के मध्य एक संगठित रक्षा संधि रूप् में गठित किया गया था।
- नाटो के अनुच्छेद 5 के अनुसार, संगठन के किसी एक सदस्य देश पर हमला सभी पर हमला माना जाएगा। जिसके तहत नाटो देशों को सदस्य देश के सैन्य संसाधनों को इस्तेमाल करने का अधिकार है।